चुनाव आयोग के ख़िलाफ़ राहुल गांधी के पास कौन सा एटम बम? कड़े तेवर के पीछे क्या है कहानी

चुनाव आयोग के ख़िलाफ़ विपक्षी दलों ख़ास कर राहुल गांधी के तेवर सख़्त होते जा रहे हैं. संसद के मानसून सत्र के पहले दो हफ़्ते के दौरान बिहार में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के ख़िलाफ़ इंडिया गठबंधन के सांसदों ने सदन के अंदर और बाहर प्रदर्शन किया. अगले हफ़्ते दिल्ली में बड़े प्रदर्शन की तैयारी चल रही है. वहीं राहुल गांधी पांच अगस्त को बेंगलुरु में चुनाव आयोग के ख़िलाफ़ धरना प्रदर्शन के बाद एक महत्वपूर्ण खुलासा करेंगे, जिसकी तुलना वो एटम बम से कर रहे हैं. राहुल बिहार में एसआईआर के ख़िलाफ़ यात्रा भी निकालने वाले हैं. सूत्रों के मुताबिक, इंडिया गठबंधन के सांसद अगले हफ्ते बुधवार या गुरुवार को संसद भवन से चुनाव आयोग के मुख्यालय तक मार्च निकालने की कोशिश कर सकते हैं. इसको लेकर अंतिम फैसला सोमवार सुबह होने वाली इंडिया गठबंधन के फ्लोर लीडर्स की बैठक में लिया जाएगा. दरअसल, एसआईआर की प्रक्रिया को विपक्षी दल वोटबंदी करार दे रहे हैं. बिहार में चल रहे एसआईआर प्रक्रिया का पहला चरण पूरा होने के बाद एक अगस्त को जारी हुए ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में पहले के मुक़ाबले पैंसठ लाख से ज़्यादा नाम ग़ायब हैं. ज़ाहिर है संसद से लेकर सड़क तक विपक्षी दल इसको लेकर और आक्रामक होंगे.

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