अग्निपथ योजना के तहत चुने गए अग्निवीरों की सैलरी और चार साल बाद मिलने वाले पैकेज को लेकर अक्सर चर्चा होती रहती है. कई लोग जानना चाहते हैं कि इसमें अग्निवीरों को कितनी सैलरी (Salary of Agniveer) मिलती है और चार साल की नौकरी के बाद उन्हें क्या मिलेगा. कई लोग ये भी जानना चाहते हैं कि इस योजना में क्या कमी रह जाती है. चलिए, इसकी पूरी कहानी आसान शब्दों में समझते हैं.सैलरी और कॉर्पस फंड – Salary and Corpus fundइस योजना में अग्निवीरों को पहले साल हर महीने 30 हजार रुपये सैलरी मिलती है, जिसमें से 21 हजार रुपये उनके हाथ में आते हैं. बाकी 30% हिस्सा यानी 9 हजार रुपये एक खास कॉर्पस फंड में चला जाता है, जिसमें सरकार भी इतना ही पैसा जोड़ती है. दूसरे साल सैलरी बढ़कर 33 हजार, तीसरे साल 36,500 और चौथे साल 40 हजार रुपये हो जाती है. इन-हैंड सैलरी भी हर साल बढ़ती है, जो चौथे साल में 28 हजार रुपये महीना हो जाती है.