नेपाल में प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति, कैबिनेट के तमाम नेताओं का इस्तीफा हो गया है लेकिन आक्रोशित युवाओं की गुस्सा अभी भी कम नहीं हुआ है. बुधवार को भी नेपाल में व्यापक हिंसा देखी गई जबकि अंतरिम सरकार की नियुक्ति पर अनिश्चितता बनी हुई है. आगे की हिंसा को रोकने के लिए, नेपाल की सेना ने बुधवार शाम 5 बजे से गुरुवार सुबह 6 बजे तक देशव्यापी कर्फ्यू की घोषणा की थी, स्थानीय अधिकारियों के साथ कॉर्डिनेशन के बाद केवल आवश्यक सेवाओं की अनुमति दी गई है.बुधवार को ही, आंदोलनकारी युवाओं ने देश की अंतरिम सरकार की प्रमुख के रूप में पूर्व चीफ जस्टिस सुशिका कार्की के नाम का प्रस्ताव रखा. रिपोर्टों के अनुसार, हजारों युवा प्रदर्शनकारियों ने बैठक में ऑनलाइन भाग लिया. इससे पहले, काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह का नाम GEN Z प्रदर्शनकारियों की पसंद के रूप में सामने आया था. बैलेन के नाम से लोकप्रिय, बालेंद्र शाह एक इंजीनियर से रैपर और राजनेता बने हैं. बालेंद्र शाह ने भी कार्की के लिए अपने समर्थन की घोषणा की और राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल से तुरंत अंतरिम सरकार बनाने और संसद को भंग करने का आग्रह किया. नेपाल के नागरिक अखबार के अनुसार, अन्य नामों में धरान के मेयर हरका राज राय उर्फ हरका संपंग, प्रसिद्ध इंजीनियर कुलमन घीसिंग और पूर्व मंत्री सुमना श्रेष्ठ के नाम भी शामिल हैं.