बरेली में 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल को 6 दिन बीत चुके हैं. सामने आ रही खबरों से पता लग रहा है कि शहर को हिंसा की आग में झोंकने के लिए किस कदर तैयारी की गई थी. लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ के सख्त रुख ने बवालियों के अरमानों पर पानी फेर दिया. न सिर्फ पानी फेरा बल्कि हिंसा के सूत्रधारों को भी एक-एक करके कानून के कठघरे में खड़ा किया जा रहा है. मौलाना तौकीर रजा समेत 81 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. 250 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्तियों को सील किया जा चुका है. आरोपियों के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चल रहे हैं.पुलिस से मिली जानकारियों से पता चलता है कि बरेली में बवाल के लिए काफी पहले से तैयारियां की जा रही थीं. 26 सितंबर को भीड़ इकट्ठी करने के लिए नमाज का समय बदल दिया गया था. बरेली में जुमे के दिन दोपहर 12.30 बजे से 3.30 बजे तक नमाज होती है, लेकिन उस दिन पूरे ज़िले में नमाज का वक्त दोपहर 1 बजे कर दिया गया ताकि भीड़ इकट्ठी की जा सके. जुमे वाले दिन भारी संख्या में भीड़ जुटाने के लिए 19 सितंबर से ही सोशल मीडिया के जरिए अभियान चलाया जा रहा था. मुंबई के रहने वाले सलमान अज़हरी के बयान सोशल मीडिया में वायरल किए गए. पुलिस का दावा है कि हिंसा वाले दिन कम से कम 20 लोगों के पास हथियार थे. कई लोगों के पास से हथियार बरामद भी हुए हैं.