महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में वोट चोरी के मुद्दे को लेकर विपक्ष ने जोरदार प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन दक्षिण मुंबई स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) के सामने बीएमसी मुख्यालय के पास आयोजित किया गया था. इस विरोध-प्रदर्शन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे, कांग्रेस नेता बाला साहेब थोरात और सुप्रिया सुले सहित कई विपक्षी दलों के दिग्गज नेता मौजूद रहे. हालांकि, इस प्रदर्शन के लिए मुंबई पुलिस से अनुमति नहीं ली गई थी. पुलिस ने प्रदर्शन को बिना अनुमति का सार्वजनिक जमावड़ा बताया और इसे कानून व्यवस्था के उल्लंघन की श्रेणी में रखा. आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में मामला दर्जमुंबई पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की. मुंबई पुलिस की ओर से एक बयान में कहा गया कि बिना अनुमति के सार्वजनिक स्थल पर भीड़ इकट्ठा कर प्रदर्शन किया गया, जिससे यातायात और सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित हुई. इस संबंध में आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. निकाय चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी हों: विपक्षइससे पहले, अक्टूबर में महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन अधिकारी से इसी मुद्दे पर मुलाकात की थी. प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग करते हुए वोट चोरी के आरोपों की जांच की मांग की थी.










