अपनी प्रशंसा से खुश नहीं था RSS, धनखड़ को बता दिया था- पद की मर्यादा का रखें ध्यान

जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) के उपराष्ट्रपति पद से त्यागपत्र के बाद उनसे कार्यकाल से जुड़ी कई विवादास्पद बातें धीरे-धीरे सामने आ रही हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) को लेकर उनकी टिप्पणियों पर भी विवाद हुआ था. सूत्रों ने बताया कि आरएसएस अपनी प्रशंसा करने वाली धनखड़ की टिप्पणियों से प्रसन्न नहीं था और यह बात उन्हें बता भी दी गई थी.जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति रहते हुए कई बार आरएसएस का गुणगान किया था. उन्होंने राज्य सभा में यहां तक कह डाला था कि आरएसएस की आलोचना करना संविधान के खिलाफ है. उनके ये बयान आरएसएस के स्तुतिगान के रूप में देखे गए थे. तब यह प्रश्न भी उठा था कि क्या वे ऐसा आरएसएस के करीब जाकर राष्ट्रपति बनने का अपना रास्ता साफ करने के लिए कर रहे थे.

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