बिहार की राजधानी पटना के इंद्रपुरी इलाके में 15 अगस्त को दो मासूम बच्चों की मौत ने पूरे शहर को झकझोर दिया था. एक कार से भाई-बहन का शव बरामद होने के बाद यह मामला रहस्यमयी हो गया है. मृतकों की पहचान दीपक (5 वर्ष) और लक्ष्मी (7 वर्ष) के रूप में हुई है. दोनों बच्चे ट्यूशन पढ़ने गए थे, लेकिन शाम तक घर नहीं लौटे. इसके बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. परिजनों का कहना है कि दोनों बच्चे दोपहर में पास ही रहने वाली ममता नामक महिला टीचर के यहां पढ़ने गए थे. जब शाम तक वे घर नहीं लौटे, तो घरवाले परेशान हो गए. काफी खोजबीन के बाद बच्चों का शव एक बंद बाउंड्री में खड़ी कार से मिला. यह खबर फैलते ही इलाके में सनसनी फैल गई.इस दर्दनाक घटना के बाद गुरुवार को स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित भीड़ ने अटल पथ को जाम कर दिया और सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप है कि पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है और अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.पुलिस जांच में उलझनपुलिस की मानें तो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. जांच के लिए विसरा सुरक्षित कर फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) भेजा गया है. अधिकारियों का कहना है कि रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी.