बिहार में जारी SIR की प्रक्रिया के बीच राजनीतिक दल की तरफ से पहली आपत्ति दर्ज की गई है. 22 दिन बाद पहली आपत्ति दर्ज हुई है. भाकपा माले के BLA विश्वकर्मा पासवान ने यह आपत्ति दर्ज कराई है. चुनाव आयोग लगातार राजनीतिक दलों को दावा और आपत्ति दर्ज करने के लिए कह रहा था, लेकिन उनकी तरफ से आपत्ति दर्ज नहीं की गई थी. अब शुक्रवार को सीपीआई के बीएलए विश्वकर्मा पासवान ने आरा विधानसभा के मिंटू पासवान और मुन्ना पासवान के नाम जोड़ने के लिए आपत्ति दर्ज कराई है.उन्होंने बताया कि मिंटू पासवान को मृत बताकर ड्राफ्ट सूची से बाहर किया गया था तो वहीं मुन्ना पासवान को स्थानांतरित बता कर उनका नाम काट दिया गया था. मिंटू पासवान सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचे थे. भाकपा माले का दावा है कि पार्टी ने एक दर्जन से अधिक आपत्तियां दर्ज कराई हैं लेकिन आयोग सिर्फ 2 ही दर्ज की हैं.