पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच अब सरहद पर हालात तेजी से बेहतर हो रहे हैं. खासकर पिछले एक साल में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव काफी कम हुआ है. पांच साल पहले गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच खूनी संघर्ष के बाद सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के बयान को सीमा पर जमी बर्फ पिघलाने को लेकर महत्वपूर्ण बदलाव समझा जा सकता है. सेना प्रमुख ने इस सकारात्मक बदलाव का श्रेय दोनों देशों के बीच विभिन्न स्तरों पर बढ़ी बातचीत को दिया है. सेना प्रमुख मानते हैं कि भारत और चीन सीमा पर हालात में आया बदलाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई मुलाकात का नतीजा है. दोनों नेताओं के बीच पहले अक्टूबर 2024 में कज़ान में और फिर 2025 में तियानजिन में एसीओ सम्मेलन के दौरान मुलाकात हुई थी. दोनों पक्ष की ओर से कहा गया कि आपसी बातचीत को प्राथमिकता दी जाए और विवाद का जल्द समाधान खोजा जाए.










