जेपी के नाम पर सियासत करने वालों ने किया राजनीति का अपराधीकरण, योगी का किस पर निशाना?

    जेपी जयंती पर सिताबदियारा में आयोजित कार्यक्रम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा। कहा कि जेपी और लोहिया के नाम पर राजनीति करने वालों ने राजनीति का अपराधीकरण किया। इसका परिणाम बिहार जैसा अच्छी बौद्धिक संपदा वाला राज्य आज भी भुगत रहा है। बिहार के नौजवान को जब भी मौका मिला, उसने अपना लोहा मनवाया है। माना जा रहा है कि योगी का निशाना बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर था।

    योगी ने कहा कि मां गंगा और मां सरयू का आशीर्वाद इस क्षेत्र को प्राप्त है। यहां प्रतिवर्ष बाढ़ के बावजूद इस भूमि में पैदा हुए लोगों में जुझारूपन दिखता है। कहा कि महात्मा गांधी के नेतृत्व में चले आंदोलन में देश के साथ पूरे बिहार ने हिस्सा लिया।

    सरकार से बाहर रहकर जिन महापुरुषों ने स्वतन्त्र भारत में अपने चिंतन से आगे बढ़ाया, उनमें जेपी अग्रणी थे। लोकतंत्र को कुचलने का जब कार्य हुआ तो बिहार कैसे शांत रह सकता था। सबसे पहले बलिया की आजादी का जिक्र करते हुए कहा कि लोकतंत्र के प्रति जितना सजग बिहार है, वह अभूतपूर्व है। देश की आजादी के बाद सबसे बड़ा आंदोलन जेपी ने किया।

    मोदी सरकार जेपी के सपने को साकार कर रही है। उज्ज्वला योजना का हवाला देते हुए कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में समाज के हर तबके के हितों के लिए बिना भेदभाव के कार्य हो रहा है। 135 करोड़ लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य जेपी, पं दीनदयाल और लोहिया के आदर्शों पर चल कर किया जा रहा है।

    योगी ने घोषणा की कि जेपी की जन्मस्थली के बाद यूपी के बलिया के हिस्से में बाढ़ से सदैव के लिए मुक्त किया जाएगा। नदियों को चैनलाइज कर जल यातायात को आगे बढ़ाया जा रहा है। शीघ्र ही यहां गंगा और सरयू के संगम स्थल पर उत्तर प्रदेश सरकार समग्र विकास करेगी।

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