क्रांति की छीलन… नोटों पर लक्ष्मी-गणेश वाले सुझाव पर खूब बरसे कुमार विश्वास, प्रशांत भूषण का भी तंज

    कोई आलोचना कर रहा है तो कोई समर्थन, लेकिन दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के उस सुझाव की खूब चर्चा हो रही है, जिसमें उन्होंने नोटों पर लक्ष्मी और गणेश की तस्वीर लगाने की अपील की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के अलावा कभी केजरीवाल के बेहद करीब रहे लोगों को भी दिल्ली सीएम का यह विचार पसंद नहीं आया। कवि कुमार विश्वास से लेकर आप के पूर्व नेता आशुतोष और प्रशांत भूषण ने भी इस पर तंज कसा है। कुमार विश्वास ने तो उनके लिए ‘धूर्त, बौना और क्रांति के छीलन’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया।

    कुमार विश्वास ने लिखा, ”दोनों बीजेपी और कांग्रेस सदी के सबसे बड़े धूर्त से फालतू ही तर्क कर रहे हैं। उसे पता है कि अल्पसंख्यक वोटबैंक में तो अखिलेश-ममता-नीतीश, आधा दर्जन दावेदार हैं, 82% हिंदू वोटबैंक से आधा भी फंसा लो तो बाकी अल्पसंख्यक तो दुत्कारने पर भी मोदी विरोध में मजबूरी में वोट देंगे ही।” 👌 विश्वास यहीं नहीं रुके। उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, ”मुझे उन पक्षकारों क्षमा करें पत्रकारों पर तरस आ रहा है जो अंध मोदीविरोध के चक्कर में इस आत्मुग्ध बौने को ही क्रांति की छीलन बताते नहीं थकते थे। वे ‘बीट-पत्रकार’ अब इस कालनेमि के पैंतरे देखकर बीट कर रहे हैं।भई वो बाप-पत्नी-बच्चों-गुरु-यार और विचार का सगा का नहीं हुआ तो तुम कौन हो।”

    पत्रकार से नेता बने और फिर पत्रकारिता में लौट चुके आशुतोष ने भी केजरीवाल पर यह कहकर तंज कसा कि ब्रिटेन की इकॉनमी को सुधारने के लिए ऋषि सुनक को भी यह आइडिया देना चाहिए। उन्होंने लिखा, ”वाह… अरविंद केजरीवाल ने अर्थव्यवस्था का क्या मंत्र दिया है। ब्रिटेन की इकॉनमी सुधारने के लिए ऋषि सुनक के लिए महान विचार। नरेंद्र मोदी को तुरंत अपने सभी आर्थिक सलाहकारों को हटा देना चाहिए। उनकी (केजरीवाल) सलाह पर चलिए, भारत समृद्ध हो जाएगा। दूध दही की नदियां बहेंगी। राजनीति बदलने आये थे?”

    अन्ना आंदोलन से लेकर आम आदमी पार्टी के गठन तक केजरीवाल के बेहद करीब रहे सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने इसे हिंदुत्व के मोर्चे पर बीजेपी से आगे निकलने की कोशिश बताया है। उन्होंने ट्वीट किया, ”केजरीवाल को निश्चित तौर पर गिरते रुपए और भारतीय अर्थव्यव्था का समाधान मिल गया है। हिंदुत्व की राजनीति में बीजेपी को पीछे छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।”

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