उत्तर प्रदेश के गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर कुछ मतदान केंद्रों पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि गोला गोकर्णनाथ विधानसभा में लल्हापुर, मदनपुर और लक्ष्मणजती में मतदान केंद्रों पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने कब्जा कर लिया है।
सपा ने अपने ट्विटर हैंडल से लिखा- गोला गोकर्णनाथ उपचुनाव में मतदान के दौरान मोहम्मदी विधानसभा से भाजपा विधायक लोकेन्द्र प्रताप सिंह सिकंदराबाद के बूथ संख्या 333,334,335, 336, 337 पर घूम घूमकर मतदान को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं। दूसरे ट्वीट में सपा ने लिखा कि गोला गोकर्णनाथ के लालाहपुर में सपा के एजेंट को पूर्व विधायक के भतीजे आशुतोष गिरी ने पोलिंग बूथ से भगाया। भाजपा प्रत्याशी के रिश्तेदार सरकारी नौकरी में होने के बावजूद चुनाव में उनकी सहायता कर रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है। शुरुआती चार घंटों में 23.56 फीसदी वोट पड़े हैं। मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे तक चलेगा। 3.90 लाख से अधिक मतदाता मतदान के जरिए सात उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कर रहे हैं।
बसपा और कांग्रेस इस बार चुनाव से दूर हैं। इस सीट पर सीधा मुकाबला भाजपा के अरविंद गिरि के बेटे अमन गिरि और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार व गोला गोकर्णनाथ के पूर्व विधायक विनय तिवारी के बीच है। जानकारी के मुताबिक शुरुआती घंटों में शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक संख्या में मतदाता मतदान करने के लिए निकले। गौरतलब है कि इस सीट पर प्रचार की कमान खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने संभाली थी। चुनाव प्रचार के दौरान सीएम योगी ने मतदाताओं को गन्ना बकाया जल्द से जल्द चुकाने, वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर छोटी काशी कॉरिडोर की स्थापना और एक मेडिकल कॉलेज का आश्वासन दिया था।
गोला गोकर्णनाथ अजय मिश्रा टेनी के लखीमपुर खीरी संसदीय क्षेत्र का हिस्सा हैं। लखीमपुर खीरी में ही पिछले साल अक्टूबर में हुई हिंसा के दौरान चार किसानों की मौत के बाद से मिश्रा लगातार विपक्ष के निशाने पर हैं। अजय मिश्र टेणी का बेटी आशीष इस मामले का मुख्य आरोपी है। इस सीट पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रचार नहीं किया।
सपा की तरफ से इस सीट पर प्रचार की कमान प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने किया। गौरतलब है कि उपचुनाव के नतीजे का राज्य सरकार पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा क्योंकि 403 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा और उसके सहयोगियों को भारी बहुमत हासिल है। हालांकि यह 2024 के आम चुनावों से पहले प्रतिद्वंद्वियों के बीच ताकत की परीक्षा होगी।