सेंट जोसफ कॉलेज में असद आए दिन दूसरे छात्रों के साथ मारपीट किया करता था और वहां काम करने वाले कर्मचारियों तक को नहीं बख्शता था।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड से पूरे देश में चर्चित हो चुका बाहुबली अतीक अहमद का बेटा असद अपने कॉलेज में भी जमकर गुंडागर्दी करता था। दरअसल, अतीक अहमद के पांचों बेटे प्रयागराज के जिस कॉलेज में पढ़ते थे, वहां उन्हें स्कूली किताबें पढ़ने में कम और जुर्म की दास्तान लिखने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाई थी। प्रयागराज के सेंट जोसफ कॉलेज में अतीक के बेटों का सिक्का चलता था और उनके सामने बोलने की हिम्मत किसी में भी नहीं थी।
उमेश पाल हत्याकांड में मुख्य आरोपी असद ने जिस बेखौफ तरीके से सरेबाजार गाड़ी से उतरकर घटना को अंजाम दिया था उसे पूरी दुनिया ने देखा है। असद की यह बदमाशी नई नहीं थी बल्कि कॉलेज में भी वह खूब गुंडागर्दी करता था, और अतीक का बेटा होने की वजह से कोई उसे कुछ कह नहीं पाता था। सेंट जोसफ कॉलेज में असद आए दिन दूसरे छात्रों के साथ मारपीट किया करता था और वहां काम करने वाले कर्मचारियों तक को नहीं बख्शता था।
कॉलेज के सीनियर भी मांगाते थे असद से मदद
असद का कॉलेज में किस कदर खौफ था इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है असद के सीनियर भी लड़ाई-झगड़ों के मामले में असद के पास मदद लेने आते थे क्योंकि सब जानते थे वह अतीक अहमद का बेटा है। पता चला है कि कुछ साल पहले कॉलेज में हुई एक खेल प्रतियोगिता में असद की टीम हार गई तो उसने जीतने वाली टीम के साथ मारपीट की। जब स्कूल के कर्मचारियों ने उसे रोका तो उसने कर्मचारियों को तो पीटा ही, बीच-बचाव करने आए शिक्षकों को भी नहीं छोड़ा।
महंगी लग्जरी गाड़ियों से कॉलेज जाता था असद
असद महंगी लग्जरी गाड़ियों में कॉलेज पहुंचता था और रुतबा दिखाने के लिए अक्सर हथियार भी ले जाता था, लेकिन अतीक अहमद का इतना प्रभाव था कि कई शिकायतों के बावजूद कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल, टीचर्स, कॉलेज प्रसाशन की हिम्मत नही हुई कि वे कभी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई कर सकें। और धीरे-धीरे असद की हिम्मत इतनी बढ़ गई कि वह सरेबाजार गोलियां दागने से भी नहीं हिचका।