गाजियाबाद में कबाड़ के गोदाम में लगी आग, कीचड़ में लेटकर महिलाओं-बच्चों ने खुद को बचाया

    गाजियाबाद में कबाड़ गोदाम में लगी आग पर करीब 2 घंटे बाद फायर बिग्रेड ने काबू पाया। अग्निकांड में 8 लोग झुलसे हैं। इन्हें संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।

    जब इंसान की जान पर आती है तो डूबते को तिनके का सहारा भी काफी होता है। गाजियाबाद के एक कबाड़ गोदाम में गुरुवार रात अचानक भीषण आग लग गई। इस भयानक आग से बचने के लिए सभी लोग कीचड़ में लेट गए और अपने पूरे शरीर पर कीचड़ लपेटकर इन्होंने जान बचाई और फिर बाहर की तरफ भागे। इस हादसे में 8 लोग झुलस गए। घायलों में दो महिला और दो बच्चों की हालत नाजुक है। ये घटना गाजियाबाद के नंदग्राम थाना क्षेत्र के विकासनगर की है।

    लोगों ने निजी वाहनों से घायलों को अस्पताल पहुंचाया

    एडीसीपी आलोक दुबे ने बताया, ”गुरुवार रात कबाड़ गोदाम में लगी आग पर करीब 2 घंटे बाद फायर बिग्रेड ने काबू पाया। अग्निकांड में 8 लोग झुलसे हैं। इन्हें संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। झुलसने वालों की पहचान ज्योति, राजेश्वरी, रामू (14) ऋषभ (16), मंजेश, अवधेश व अन्य दो लोगों के रूप में हुई है। गुरुवार रात प्लाट में पड़े कबाड़ में लगी आग ने अचानक विकराल रूप ले लिया। ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगीं। चीख-पुकार मच गई। आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े। लोगों ने निजी वाहनों से उन्हें अस्पताल पहुंचाया। मौके पर लोग राहत कार्य में जुटे और दमकल कर्मियों की मदद की।

    20-30 फीट ऊपर तक उठीं आग की लपटें
    बताया जा रहा है कि जिस प्लाट में कबाड़ का गोदाम चल रहा था, वह एक रिहायशी इलाका है और आसपास घनी आबादी है। आग लगते ही आसपास के घरों में हड़कंप मच गया। लोग घरों से बाहर निकल आए। आग इतनी तेज लगी कि उसकी लपटें 20-30 फीट ऊपर तक उठीं। चारों तरफ धुआं ही धुआं छा गया। सीएफओ राहुल पाल ने बताया कि कुछ लोग कबाड़ा बीनने का काम करते हैं। खाली प्लॉट में बने गोदाम में उसको इकट्ठा करते हैं। अभी ये पता नहीं चल पाया है कि आग किस कारण लगी। लेकिन फायर स्टेशन कोतवाली से तीन, साहिबाबाद से एक और वैशाली फायर स्टेशन से एक गाड़ी भेजकर आग पर काबू पाया गया। एसडीएम विनय कुमार गुरुवार रात अस्पताल पहुंचे और झुलसे लोगों का हाल जाना।

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