पुलिस ने बेटे को भेजा जेल, सदमे में पिता की मौत

    रायबरेली। भदोखर पुलिस ने एक युवक को 22 मार्च को आर्म्स एक्ट में जेल भेज दिया। आरोप है कि बेटे के जेल जाने के सदमे में गुरुवार शाम उसके पिता की मौत हो गई। इससे गुस्साए परिजनों व ग्रामीणों ने शुक्रवार को एसपी दफ्तर में किसान का शव रखकर भदोखर पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

    भदोखर थानेदार राजेश कुमार सिंह और दोषी सिपाहियों को सस्पेंड करने और उन पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। दो घंटे तक चले प्रदर्शन के दौरान पुलिस और परिजनों में तीखी नोकझोंक हुई। एएसपी के प्रकरण में कार्रवाई कराने के आश्वासन पर मामला शांत हुआ। परिवार का आरोप है कि महज 25 हजार रुपये की खातिर भदोखर पुलिस ने मानसिक रूप से बीमार युवक को जेल भेज दिया।

    भदोखर के मोहम्मदपुर कुचरिया गांव निवासी अमरेश रैदास उर्फ पुत्तन (22) को भदोखर पुलिस ने 21 मार्च को पकड़ा था। पुलिस ने युवक के पास तमंचा बरामद होने का दावा करते हुए 22 मार्च को उसे जेल भेज दिया था।
    आरोप है कि सदमे में पिता रामदेव की शुक्रवार शाम करीब सात बजे मौत हो गई। सुबह रामदेव की पत्नी सोनी और गांव के रामविनोद, इंद्रकुमार, बृजलाल, नीरज, रामगुलाम, सोनू कुमार, अंबिका, अयोध्या, प्रवीण कुमार आदि पिकअप में रामदेव का शव लादकर एसपी दफ्तर पहुंच गए। यहां परिवार व ग्रामीणों ने शव रखकर नारेबाजी शुरू कर दी।

    पत्नी का आरोप है कि थानेदार और चार सिपाही बेटे को जबरन पकड़ ले गए। बेटे को छोड़ने के नाम पर थानेदार ने 25 हजार रुपये मांगे। न देने पर बेटे पर कार्रवाई की। इस दौरान परिजनों ने भदोखर थानेदार राजेश कुमार सिंह को खूब खरीखोटी सुनाई। ग्रामीणों की पुलिस कर्मियों से नोकझोंक भी हुई।

    पैर पकड़कर गिड़गिड़ाता रहा पिता, नहीं पसीजे थानेदार
    सोनी ने बताया कि अमरेश के पिता थानेदार के पैर पकड़कर गिड़गिड़ाते रहे लेकिन कोई नहीं पसीजा। यह सदमा वह बर्दाश्त नहीं कर पाए और हार्टअटैक के चलते उनकी जान चली गई।

    लखनऊ तक पहुंचा मामला, तीन दिन में आईजी ने मांगी रिपोर्ट
    किसान रामदेव की मौत का मामला लखनऊ तक पहुंच गया है। लखनऊ रेंज के आईजी तरुण गाबा ने प्रकरण को गंभीरता से लिया और एसपी आलोक प्रियदर्शी से प्रकरण की जांच कर तीन दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी है। एसपी ने प्रकरण की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी है।

    युवक को जेल भेजने के बाद सदमे में पिता की मौत होने का मामला जानकारी में आया है। परिजनों ने भदोखर थानेदार और सिपाहियों पर फर्जी तरीके से युवक को जेल भेजने का आरोप लगाया है। पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। जांच के आधार पर कार्रवाई होगी।
    नवीन कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक

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