कोच में बिखरे थे चूड़ियों के टुकड़े, महिलाओं ने बचने को किया संघर्ष, बोले- माफ कर दो

    झांसी रेलवे स्टेशन पर सेना के कोच में दो महिलाओं के साथ दरिंदगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एक आरोपी की तलाश जारी है। गिरफ्तार आरोपी सैन्य कर्मी  पुलिस के सामने घंटों गिड़गिड़ाते रहे। उनका कहना था कि उनसे बड़ी गलती हो गई है। इसकी वह माफी चाहते हैं।

    झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पर खड़े सेना के कोच में रविवार की शाम को दो महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। पीड़िताओं की शिकायत पर मामले में तीन फौजियों के खिलाफ जीआरपी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें से दो आरोपी जवानों को जीआरपी ने हिरासत में भी ले लिया है, जबकि एक फरार है। जीआरपी और सेना पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी हुई है।

    जीआरपी के सीओ मो. नईम मंसूरी ने बताया कि प्रेमनगर थाना क्षेत्र में रहने वालीं दो महिलाओं ने आरोप लगाया कि वह रविवार की शाम किसी रिश्तेदार से मिलने झांसी स्टेशन पर आई हुईं थीं। इसी दरम्यान उन्हें एक व्यक्ति मिला, जिसने उनसे कहा कि उसका मोबाइल खो गया है। कॉल करने के लिए उसने महिलाओं से उनका मोबाइल मांगा।

    इस पर महिलाओं ने उसे अपना मोबाइल दे दिया। इन दौरान उस व्यक्ति ने महिलाओं से जान पहचान बना ली और फिर बहाना बनाकर उन्हें अपने साथ रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर सात पर ले गया। यहां एक बोगी खड़ी हुई थी, जिसमें दो फौजी सवार थे। महिलाओं ने कहा कि उन दोनों ने उनके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उनका मोबाइल छीनकर धमकाते हुए भगा दिया।

    पीड़िताओं ने घटना की जानकारी जीआरपी थाने में दी। मौके पर पहुंची पुलिस दो आरोपियों को हिरासत में लेकर जीआरपी थाने ले आई। जबकि, एक आरोपी फरार होने में कामयाब हो गया। घटना की सूचना पाकर सेना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पीड़िताओं की शिकायत पर जीआरपी थाने में सेना के जवान संदीप, रवींद्र व सुरेश के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। जीआरपी और सेना पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी हुईं हैं। फरार आरोपी की तलाश भी शुरू कर दी गई है।

    दो महिलाओं के साथ हुई दुष्कर्म की घटना के अगले दिन फोरेंसिक टीम ने सेना के कोच की पड़ताल की। इस दौरान टीम के हाथ कई अहम सबूत लगे हैं। कोच के भीतर चूड़ी के टुकड़े बिखरे पड़े हुए थे, जिससे माना जा रहा है कि घटना के दौरान सैन्य कर्मियों और पीड़ित महिलाओं के बीच जमकर जद्दोजहद हुई। इसके अलावा कई अन्य सबूत भी फोरेंसिंक टीम ने अपने कब्जे में लिए।

    सेना के कोच में दो महिलाओं के साथ हुई दुष्कर्म की सनसनीखेज घटना के बाद से रेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। सोमवार को मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष और जीआरपी के पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुस्ताक ने कोच का जायजा लिया। इसके अलावा फोरेंसिक टीम भी तकरीबन डेढ़ घंटे तक घटना से जुड़े सबूत इकट्ठा करती रही। बताया गया कि कोच के भीतर चूड़ियों के टुकड़े बिखरे हुए थे।

    इसके अलावा आरोपी सैन्य कर्मियों के कपड़े व अन्य सामान भी अस्त-व्यस्त अवस्था में पड़ा हुआ था। इससे माना जा रहा है कि दुष्कर्म से बचने के लिए महिलाओं ने आरोपियों का जमकर विरोध किया। महिलाओं ने अपने बयान में भी कहा है कि कोच में घुसते ही आरोपी उनके साथ छेड़खानी करने लगे थे। इसका उन्होंने विरोध भी किया था। इसके बाद आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए उनके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था।

    जीआरपी एसपी मोहम्मद मुस्ताक ने बताया कि फोरेंसिक टीम को कोच में घटना से जुड़े कई अहम सबूत मिले हैं। इनकी जांच कराई जाएगी।

    शराब के नशे में धुत थे आरोपी
    घटना को अंजाम देने से पहले आरोपी सैन्य कर्मियों ने जमकर शराब पी थी। घटना के दौरान वे शराब के नशे में धुत थे। शराब की खाली बोतलें घटना के एक दिन बाद भी सेना के कोच के इर्दगिर्द बिखरी हुईं थीं। इसके अलावा आरोपियों ने मीट भी खाया था, जो घटना के बाद हुई जांच के दौरान कोच में रखा पाया गया।

    पकड़े गए तो बोले गलती हो गई माफ कर दो
    महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना के आरोपी सैन्य कर्मी संदीप तिवारी व सुरेश रावत को जीआरपी ने घटना स्थल से गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद उन्हें जीआरपी थाने लाया गया था। यहां वे पुलिस के सामने घंटों गिड़गिड़ाते रहे। उनका कहना था कि उनसे बड़ी गलती हो गई है। इसकी वह माफी चाहते हैं।

    NO COMMENTS

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here

    Exit mobile version