सजा दीवान, शबद-कीर्तन से निहाल हुई संगत

    बाराबंकी। खालसा साजना दिवस यानी बैसाखी पर गुरुद्वारे में दीवान सजा और शबद कीर्तन हुआ। संगत के आने का सिलसिला शुक्रवार शाम तक चलता रहा। शबद कीर्तन सुन संगत निहाल हो गई। श्रद्धालुओं ने गुरु ग्रंथ साहिब के दरबार में माथा टेककर सुख-समृद्धि की कामना की। दोपहर बाद सभी ने एक साथ लंगर छका। लाजपत नगर स्थित गुरुद्वारे में खालसा साजना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सुबह गुरुद्वारे में पहले सुखमनी व नितनेम साहब जी का पाठ हुआ और बच्चों ने कीर्तन किया। इसके बाद भाई सतनाम सिंह ने कीर्तन भजन किया। दिल्ली से आए भाई जसपाल सिंह और उनके साथियों ने गुरुजस गायन कर संगत को निहाल कर दिया। लंगर में सभी धर्मों के लोगों ने एक साथ एक पंगत में बैठ कर प्रसाद छका। एएसपी आशुतोष मिश्रा, एसएपी अखिलेश नारायण सिंह, सीओ डॉ. बीनू सिंह व शहर कोतवाल संजय मौर्य ने गुरुद्वारे में माथा टेका और प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी प्रधान सरदार भूपेंद्र सिंह, अधिवक्ता संतोष सिंह, सरदार चरनजीत सिंह, सरदार हरपाल सिंह, सरदार रविंद्रपाल सिंह, सरदार प्रेमपाल सिंह, सतनाम सिंह खालसा, सुमित्रा कौर, रंजीत कौर, नरेंद्र कौर, सुरजीत कौर, इंदरजीत आदि मौजूद रहे।

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