अमेरिका के करीब 50 हजार सैनिक ईरान को चारों तरफ से घेरे हुए हैं, जो डोनाल्ड ट्रंप का एक इशारा मिलते ही इस्लामिक देश ईरान की ईंट से ईंट बजाने को तैयार बैठे हैं. इसका खुलासा खुद ईरान ने ही किया है. इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) के एक हाईलेवल कमांडर ने सोमवार, 31 मार्च को चेतावनी दी कि ईरानी क्षेत्र में अमेरिकी फोर्सेस “कांच के घर” में बैठे हैं और उन्हें दूसरों पर “पत्थर नहीं फेंकना चाहिए.” यानी अमेरिकी सेना ईरान के क्षेत्र में एक खुला टारगेट है और उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए की वो उनके निशाने पर हैं. आईआरजीसी के एयरोस्पेस डिवीजन के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अमीर अली हाजीजादेह ने ईद-उल-फितर के समारोह के दौरान सीधे तौर पर अमेरिका को खुली चेतावनी दे डाली. ईरान ने कहा कि अगर उनकी जमीन पर अमेरिका ने हमला किया गया तो वे इसका मुंह तोड़ जवाब देंगे. आईआरजीसी के कमांडर का ये बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान को धमकी देने के बाद आया है. ट्रंप ने कहा था कि अगर ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम पर “नया समझौता” करने से इनकार करता है, तो उसे बमबारी का सामना करना पड़ेगा. ट्रंप ने रविवार को एनबीसी न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में कहा. “अगर वे समझौता नहीं करते हैं, तो बमबारी होगी.” उन्होंने यह भी धमकी दी कि ईरान पर “सेकेंडरी टैरिफ” भी लगाए जाएंगे.