महाराष्ट्र के नांदेड़ शहर में दो दिन के अंदर दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली हैं. जिनकी कहानियां अलग थीं लेकिन कारण एक ‘अत्यधिक मानसिक दबाव’. पहले मामले में, एक 20 वर्षीय नर्सिंग छात्र ने शिक्षकों की प्रताड़ना और असाइनमेंट के बोझ से परेशान होकर गोदावरी नदी में कूदकर जान दे दी. वहीं दूसरी घटना में, 10वीं की एक छात्रा ने अपेक्षा से कम अंक आने पर खुदकुशी कर ली. दोनों घटनाओं ने न केवल परिवारों को गहरे सदमे में डाला है, बल्कि शिक्षा प्रणाली और समाज में बच्चों पर पड़ने वाले दबाव पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.










