कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने पुणे की विशेष MP/MLA अदालत में एक याचिका दाखिल की है. इस याचिका में उन्होंने ऐतिहासिक तथ्यों का हवाला देते हुए कहा है कि नाथूराम गोडसे और विनायक सावरकर, दोनों “हिंदू राष्ट्र” के कट्टर समर्थक थे. उन दोनों ने मुसलमानों और ईसाइयों को भारत के लिए “अयोग्य” माना और विभाजन के समय महात्मा गांधी की मुसलमानों के प्रति “सहानुभूतिपूर्ण” नीति के कारण उनकी हत्या की साजिश रची.राहुल गांधी ने अपनी याचिका में यह दावा भी किया है कि हिंदुत्ववादी नेता विनायक सावरकर का गोडसे से रक्त संबंध था, जो एक महत्वपूर्ण तथ्य है लेकिन तकरारकर्ता सत्यकी सावरकर ने अपनी आपराधिक मानहानि की शिकायत में इसे छिपाया है.