मध्य प्रदेश में पुलिस भर्ती के दौरान सॉल्वर गैंग ने फर्जीवाड़ा मुक्त सभी इंतजामों को धत्ता बता दिया. इनके तरीके ने पुलिस के सिस्टम को भी मात दे दिया. मध्य प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2023 में तकनीक, आधार और पैसे का इस्तेमाल कर असली उम्मीदवारों की जगह सॉल्वर परीक्षा में बैठे और पकड़े भी नहीं गए. इसमें से तो कई वर्दी पहनने ही वाले थे, लेकिन उससे पहले ही राज खुल गया.मुरैना में एक छोटी सी गड़बड़ी ने 100 करोड़ के खेल की पोल खोल दी. अक्टूबर-नवंबर 2024 में मुरैना में पीपीटी (शारीरिक दक्षता परीक्षा) के दौरान पुलिस अधिकारियों को शक हुआ, कुछ अभ्यर्थियों की तस्वीर और बायोमेट्रिक आधार डाटा बार-बार बदला गया था. शक गहरा हुआ, और राज्य पुलिस की चयन शाखा ने जांच शुरू की.ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, गुना, शिवपुरी, राजगढ़, शहडोल, अलीराजपुर और इंदौर तक फैला ये जाल, आधार आईडी में हेरफेर कर असली उम्मीदवारों की जगह नकली परीक्षार्थियों (सॉल्वर) को परीक्षा में बैठाया गया.