मेघालय में मर्डर और गाजीपुर में ‘सरेंडर’, 17 दिन से लापता सोनम के अपहरण और आत्मसमर्पण का सच क्या?

राजा रघुवंशी अपनी पत्नी सोनम के साथ 20 मई को हनीमून मनाने मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग गए. 22 मई को अचानक दोनों गायब हो गए. 10 दिन बाद 2 जून को सर्च ऑपरेशन के दौरान मेघालय पुलिस ने राजा रघुवंशी का शव बरामद किया. वहीं इसके 6 दिन बाद 8 जून को सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने सरेंडर किया. अब घटना स्थल मेघालय से इतनी दूर यूपी में सोनम के सरेंडर को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. सवाल ये कि पति की हत्या की आरोपी होने के बाद भी और दो राज्यों की पुलिस की खोजबीन के बीच सोनम गाजीपुर कैसे पहुंच गई?इधर ‘सोनम के सरेंडर’ को लेकर मेघालय पुलिस, उत्तर प्रदेश पुलिस और मध्य प्रदेश पुलिस ने बयान दिया है. शिलांग के पूर्वी खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने कहा कि ये एक तथ्य है कि उसने उत्तर प्रदेश में ढाबे से फोन कर अपने रिश्तेदारों को बुलाया था, लेकिन यह सब छापेमारी के बाद हुआ. अगर आप इसे तार्किक रूप से देखें, तो इतने दिनों तक वह बाहर नहीं आई थी, लेकिन जैसे ही उसके दोस्त राज कुशवाहा और अन्य आरोपियों को पकड़ा गया, तो अचानक वह सामने आ गई. ये अपने आप में सब कुछ कहता है.

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