नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मंगलवार को कर्नाटक में लश्कर-ए-तैयबा के प्रिजन रेडिकलाइजेशन (जेल कट्टरपंथ) केस में तीन अहम आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में एक जेल का मनोचिकित्सक, एक सिटी आर्म्ड रिजर्व पुलिसकर्मी और एक फरार आरोपी की मां शामिल है.एनआईए ने बेंगलुरु और कोलार जिलों में पांच जगहों पर छापेमारी की. इन छापों में कई डिजिटल डिवाइस, नकद पैसे, सोना और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गएयह केस 2023 दर्ज किया गया था, जिसमें हथियार, गोलियां, विस्फोटक और डिजिटल डिवाइस बरामद हुए थे. इस गिरोह का मकसद था बेंगलुरु में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना और लश्कर-ए-तैयबा की साजिशों को आगे बढ़ाना. एनआईए की जांच में सामने आया है कि डॉ. नागराज जेल में बंद आतंकी तडीयंदवीड नसीर उर्फ टी नसीर को मोबाइल फोन चोरी-छिपे मुहैया कराता था. इस काम में उसे एक महिला पवित्रा की मदद मिलती थी.वहीं, अनीस फातिमा अपने फरार बेटे जुनैद अहमद को जेल में बंद नसीर के निर्देश देती थी कि कैसे पैसे जुटाकर उसे जेल में पहुंचाना है. इसके अलावा, ASI चान पाशा पर आरोप है कि वह 2022 में नसीर की कोर्ट में पेशी से जुड़ी जानकारियां पैसे लेकर दूसरों को देता था.