संसद का मॉनसून सत्र आज से शुरू हो रहा है. 21 अगस्त तक चलने वाले इस सत्र में गरज-चमक के साथ छींटे नहीं पडे़ेंगे, यह तय हो चुका है. घनघोर ‘शब्द वर्षा’ होगी. विपक्ष इसके संकेत दे चुका है. चक्रव्यूह रचा जा चुका है. बिहार वोटर लिस्ट वाले द्वार पर नाकेबंदी तगड़ी है. ऑपरेशन सिंदूर पर भी सरकार को घेरने की रणनीति बनाई जा चुकी है. उधर विपक्ष की तैयारी से सरकार भी वाकिफ है. विपक्ष के चक्रव्यूह को भेदने के लिए योद्धा तैयार किए जा चुके हैं. रविवार को सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों ने साफ कर दिया कि वह ऑपरेशन सिंदूर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावों और बिहार वोटर लिस्ट सत्यापन के मामले पर संसद में पीएम मोदी के बयान से कम पर नहीं मानेगा. रविवार शाम बैठक के बाद केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि बैठक में संसद के इस मानसून सत्र में कुल 51 राजनीतिक दल और निर्दलीय सांसद भाग लेंगे. इन 51 दलों के 54 सदस्य आज बैठक शामिल हुए. बैठक सकारात्मक हुई.आयकर विधेयक को भाजपा सांसद बैजयंत जय पांडा की अध्यक्षता वाली संसद की चयन समिति ने संशोधनों के साथ स्वीकार कर लिया है. अब इसे केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद संसद में पारित करने के लिए लाया जाएगा.