लालू यादव के दो लाल. एक तेज प्रताप और दूसरे तेजस्वी. कृष्ण-अर्जुन की जोड़ी बनाने वाले दो भाइयों के बीच सत्ता ने ऐसा जहर घोला कि अब दोनों एक-दूसरे का नाम भी नहीं सुनना चाह रहे. अपने घर से बेघर हो चुके तेज प्रताप को हर समय ये बात याद रहती है कि उन्हें उनके ही घर से निकाल दिया गया. एक बेटा राजगद्दी पर बैठ गया और दूसरा आज दोराहे पर है. यही कारण है कि तेज प्रताप अब तेजस्वी यादव का नाम सुनकर ही भड़क जाते हैं. हालांकि, खुलकर नहीं बोलते, लेकिन इशारों में सारी कहानी बयान कर देते हैं.जहानाबाद में लालू परिवार के अंदर चल रहे राजनीतिक विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया. लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर जबरदस्त हमला बोला है. तेज प्रताप ने तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने के समर्थन में उठ रहे नारों को लेकर अपने गुस्से का इज़हार किया. इस दौरान उन्होंने ना सिर्फ अपनी पार्टी और सरकार को, बल्कि परिवार के अंदर चल रही सियासी जंग पर भी बयान दिया. तेज प्रताप यादव ने जहानाबाद के घोषी विधानसभा क्षेत्र के लखबार हाई स्कूल के मैदान में आयोजित जनता संवाद कार्यक्रम में ये बयान दिए. उन्होंने सीधे तौर पर अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जो अपनों का न हुआ, वो सूबे की जनता का क्या होगा?