6 अक्टूबर 2025 देश के इतिहास में ऐसा दिन था, जो आज तक देश ने कभी नहीं देखा. सुप्रीम कोर्ट के अंदर भारत के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की कोशिश की गई. इस घटना को अंजाम देने वाले वकील राकेश किशोर को मुख्य न्यायाधीश ने माफ कर दिया. घटना के बाद सीजेआई के कहने पर आरोपी वकील को पुलिस ने छोड़ दिया. उनका जूता और अन्य सामान भी लौटा दिया. सीजेआई ने इस घटना को नजरअंदाज करते हुए कहा था कि हम ऐसे मामलों से विचलित नहीं होंगे.
इस घटना की पीएम मोदी समेत सभी राजनीतिक पार्टियों ने निंदा की. पीएम मोदी ने लिखा, “सुप्रीम कोर्ट परिसर में मुख्य न्यायाधीश पर हुए हमले ने पूरे देश के हर नागरिक को व्यथित कर दिया है. हमारे समाज में ऐसी घृणित हरकतों की कोई गुंजाइश नहीं है. यह बेहद निंदनीय है. ऐसे हालात में न्यायमूर्ति गवई द्वारा दिखाए गए धैर्य की मैं हृदय से प्रशंसा करता हूं.”