मायावती के करीबी दद्दू प्रसाद ने समाजवादी पार्टी का हाथ थाम लिया है. दरअसल, सारा मामला दलित वोटरों का है. दो साल बाद यूपी में विधानसभा चुनाव हैं. बीएसपी का ग्राफ़ लगातार नीचे जा रहा है. मायावती के सामने चुनौती अब अपने बेस जाटव वोट बचाने की है. ऐसे में बीजेपी और समाजवादी पार्टी में बीएसपी के बिखरते वोट को अपने साथ करने की होड़ मची है. अखिलेश यादव ने तो अपनी पार्टी का DNA तक बदलने का मन बना लिया है. मायावती के करीबी दद्दू प्रसाद ने समाजवादी पार्टी का हाथ थाम लिया है. दरअसल, सारा मामला दलित वोटरों का है. दो साल बाद यूपी में विधानसभा चुनाव हैं. बीएसपी का ग्राफ़ लगातार नीचे जा रहा है. मायावती के सामने चुनौती अब अपने बेस जाटव वोट बचाने की है. ऐसे में बीजेपी और समाजवादी पार्टी में बीएसपी के बिखरते वोट को अपने साथ करने की होड़ मची है. अखिलेश यादव ने तो अपनी पार्टी का DNA तक बदलने का मन बना लिया है.