राजलक्ष्मी कर ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि जिस अनाथ और बेसहारा बच्ची को उसने सड़क किनारे से उठाकर अपने सीने से लगाया था, अपनी बेटी की तरह पाला था, बड़ी होकर वो ही उसकी कातिल बन जाएगी. मामला ओडिशा का है, जहां एक तीन साल की लड़की को कोई सड़क किनारे छोड़ गया था. राजलक्ष्मी ने इस बच्ची को गोल लिया और अपनी बेटी की तरह पाला, लेकिन जब वह बड़ी हुई, तो उसने दो दोस्तों की मदद से अपनी इस मां की ही हत्या कर दी. पुलिस के अनुसार, 8वीं कक्षा की नाबालिग छात्रा ने अपने दो पुरुष मित्रों के साथ मिलकर 29 अप्रैल को गजपति जिले के परलाखेमुंडी शहर में अपने किराए के घर में अपनी मां 54 वर्षीय राजलक्ष्मी कर की हत्या की साजिश रची. पुलिस के मुताबिक, हत्या का मकसद राजलक्ष्मी का अपनी बेटी के दो लड़कों के साथ संबंधों का विरोध करना और उसकी प्रॉपर्टी हासिल करना था.










