दक्षिण से बजेगा चौथे मोर्चे का बिगुल? कल केसीआर की रैली में जाएंगे अखिलेश यादव और केजरीवाल

    दक्षिण में चौथे मोर्चे का बिगुल बजाने की तैयारी तेज हो गई। तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति बुधवार को एक जनसभा का आयोजन कर रही है। इस जनसभा में विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे। इनमें, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के डी राजा शामिल होंगे।

    इसलिए कहा जा रहा चौथा मोर्चा

    इस जनसभा को राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है। असल में यह तेलंगाना राष्ट्र समिति द्वारा अपना नाम बदलकर बीआरएस करने के बाद पहली जनसभा है। साथ ही इसमें विभिन्न विपक्षी दलों बीआरएस, आम आदमी पार्टी (आप), समाजवादी पार्टी (सपा) और वाम दलों के नेता एक साथ दिखाई देंगे। इसको चौथा मोर्चा कहने के पीछे भी खास वजह है। गौरतलब है कि पहले मोर्चे के रूप में भाजपा को देखा जाता है। वहीं, दूसरा मोर्चा कांग्रेस और तीसरे मोर्चे के तौर पर नीतीश कुमार और ममता बनर्जी को देखा जाता रहा है। ऐसे में इन तीनों से ही दूरी बनाकर केसीआर ने चौथा मोर्चा बनाने का संकेत दे रहे हैं।

    जनसभा से पहले मंदिर

    बीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव तथा अन्य नेता बुधवार को खम्मम जाने से पहले हैदराबाद के समीप यदाद्री में भगवान लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर जाएंगे। इस मंदिर का हाल ही में राव सरकार ने व्यापक स्तर पर पुनरुद्धार किया है। बीआरएस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद बी विनोद कुमार ने मंगलवार को कहा कि हैदराबाद से करीब 200 किलोमीटर दूर खम्मम में ये नेता तेलंगाना सरकार के नेत्र जांच कार्यक्रम ‘कांति वेलुगु’ के दूसरे चरण के उद्घाटन में शामिल होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राजग सरकार में धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद और उदारवाद समेत संविधान की आत्मा को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीआरएस देश में वैकल्पिक राजनीति लाने का प्रयास कर रही है।

    भाजपा ने किया हमला

    यह पूछने पर कि क्या खम्मम जनसभा को 2024 में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी एकता की ओर एक कदम के तौर पर देखा जा सकता है? इस पर कुमार ने कहा कि यह केवल बार-बार दोहराए जाने वाले ‘मोर्चे’ का गठन नहीं है। बीआरएस देश के लोगों को ‘वैकल्पिक राजनीति’ देना चाहेगी। इस बीच, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और सांसद बंदी संजय कुमार ने अन्य राज्य के मुख्यमंत्रियों को यदाद्री मंदिर में ले जाने के लिए केसीआर के नाम से मशहूर मुख्यमंत्री राव पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट किया कि कल्वाकुंतला परिवार के लिए मंदिर उद्योग केंद्र बन गए हैं। क्या केसीआर बीआरएस खम्मम जनसभा के मद्देनजर दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों को यह दिखाने के लिए ले जा रहे हैं कि हिंदू मंदिर निवेश का एक अवसर है?

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