जेईई मेन अप्रैल सत्र के आवेदन में हो रही गलतियां, जानें क्या सही और क्या है गलत?

    देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन 2023 के अप्रैल सेशन के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। इस वर्ष बड़ी संख्या में नए विद्यार्थी आवेदन करते दिखाई दे रहे हैं, जिन्होंने पूर्व में जनवरी परीक्षा के लिए आवेदन नहीं किया है और सीधे ही अब अप्रैल परीक्षा के लिए परीक्षा देना चाहते हैं। अब तक करीब 80 हजार से अधिक नए विद्यार्थी आवेदन कर चुके हैं।

    JEE Mains दोनों चरणों में आवेदकों की कुल संख्या 10 लाख के पार

    पूर्व में जनवरी सत्र में जेईई मेन परीक्षा के लिए बीई-बीटेक एवं बीआर्क मिलाकर नौ लाख से अधिक विद्यार्थी पंजीकृत हुए थे। ऐसे में जेईई मेन के दोनों सेशन में मिलाकर इस वर्ष यूनिक कैंडिडेट की संख्या 10 लाख 50 हजार से अधिक होना संभावित है।

    आवेदन की अंतिम तिथि 12 मार्च, 2023 है। परीक्षा छह से 12 अप्रैल के मध्य प्रत्येक दिन दो शिफ्ट में होगी। वहीं जेईई मेन जनवरी सेशन के बीआर्क परीक्षा का परिणाम अभी जारी नहीं किया गया है, विद्यार्थी परिणाम की प्रतीक्षा में हैं।

    JEE Mains 2023 April Session Application जानें क्या करना है और क्या नहीं?

    • करिअर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि जेईई मेन अप्रैल 
      में कई विद्यार्थी गलती करते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे विद्यार्थी जिन्होंने 
      जनवरी जेईई-मेन परीक्षा दे दी है उन्होंने भी अप्रैल परीक्षा आवेदन के लिए 
      नए कैंडिडेट की भांति रजिस्ट्रेशन कर दिया है।
    • इन विद्यार्थियों के दो एप्लीकेशन नंबर जारी हो चुके हैं। ऐसे में 
      एनटीए द्वारा एक ही विद्यार्थी के दो एप्लीकेशन नम्बर पर रैंक निकाली 
      जाएगी। ऐसे में स्कोर नॉर्मलाइज नहीं हो सकेगा और इन विद्यार्थियों के दो 
      ऑल इंडिया रैंक जारी कर दी जाएगी।
    • कुछ विद्यार्थी अपने परीक्षा केंद्रों के स्टेट एवं कैटेगरी को बदलने
      के लिए अपना ई-मेल आईडी एवं रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में बदलाव कर नए आवेदन
      करते दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि अप्रैल आवेदन के दौरान जनवरी में भरे
      परीक्षा स्टेट एवं कैटेगरी में बदलाव संभव नहीं है।
    • विद्यार्थियों को चाहिए कि वे जनवरी परीक्षा के आवेदन क्रमांक एवं 
      बनाए गए पासवर्ड से ही आवेदन करें, क्योंकि विद्यार्थियों के एक आवेदन 
      क्रमांक पर ही दोनों परीक्षाएं देने पर एनटीए स्कोर के आधार पर रैंक जारी 
      की जाती है।
    • इसके साथ ही आवेदन के दौरान पहली बार मांगे गए प्रजेंट एवं परमानेंट 
      एड्रेस प्रूफ के तौर पर रेंट रिसिप्ट एवं एफिडेविट के प्रारूप जारी नहीं 
      होने से विद्यार्थी आवेदन के लिए परेशान हो रहे हैं। एनटीए को चाहिए कि वे 
      विद्यार्थियों की आवेदन प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए आवश्यक एड्रेस 
      प्रूफ के दस्तावेजों के प्रारूप जारी करें।

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