उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में एमएसएमई ने भी बना रिकार्ड बनाया है। प्रदेश में एमएसएमई सेक्टर को पहले हाशिए पर रखा गया था, लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने दम तोड़ रहे एमएसएमई सेक्टर को नया जीवन दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में एमएसएमई सेक्टर में बीते चार वर्ष में पांच लाख करोड़ से अधिक का निवेश हुआ है। इसके साथ ही करीब तीन करोड़ लोगों को रोजगार मिला है। सरकार ने प्रदेश के करीब साढ़े 21 लाख एमएसएमई को वर्तमान वित्त वर्ष में नवंबर तक 28 हजार करोड़ से अधिक का लोन दिया गया है। प्रदेश सरकार की इंवेस्टमेंट फ्रेंडली नीतियों के कारण उत्तर प्रदेश का एमएसएमई देश में पहले पायदान पर है। इस दौरान यहां पर बड़े पैमाने पर नई इकाईयां लगी हैं।
प्रदेश में पिछली सरकारों में सूबे का एमएसएमई सेक्टर हाशिए पर था। जिस कारण तमाम उद्योग दूसरे राज्यों में पलायन कर गए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एमएसएमई सेक्टर को पुनर्जीवित करने के लिए कई अहम कदम उठाए। इसमें सबसे बड़ी पहल के रूप में सरकार के इस आदेश को भी माना जा रहा है, जिसमें पिछले साल मार्च में कहा गया था कि हर विभाग अपने सालाना बजट का 25 फीसदी खरीदारी एमएसएमई से करेगा। इसका नतीजा यह हुआ है कि मौजूदा वित्त वर्ष में 10 नवंबर तक एमएसई से सरकारी खरीद जेम पोर्टल के माध्यम से 69.6 फीसदी यानि 3855 करोड़ की हुई है और साढ़े चार साल में यह खरीदारी 15 हजार करोड़ से अधिक की है।










