लखीमपुर खीरी में बारिश और ओलावृष्टि के आसार, मौसम के बिगड़े मिजाज से किसान चिंतित

    सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश होने के आसार बने हैं। तेज हवाएं चलने के साथ ओलावृष्टि होने की भी संभावना है।

    लखीमपुर खीरी में पिछले दो दिनों से चले आ रहे मौसम के बिगड़े मिजाज से रविवार को राहत जरूर मिली है, लेकिन किसानों की चिंता अभी दूर नहीं हुई है। क्योंकि मौसम विभाग पहले ही चेतावनी जारी कर चुका है कि 20 मार्च को बादल छाए रहने के आसार हैं। बादल गरजने के साथ बिजली भी चमक सकती है। कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि के आसार जताए गए हैं और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है।

    जनपद में शुक्रवार को बादल छाने से मौसम में बदलाव आया, जिसके बाद शनिवार को कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हुई। इससे दो दिनों में तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट भी आई। तापमान में गिरावट दर्ज किए जाने से लोगों को ठंड लौटती प्रतीत हुई। अगले दिन रविवार को सुबह से मौसम साफ रहा, अच्छी धूप खिली। इससे एक बार फिर तापमान सामान्य की ओर लौट चला। अभी तक मौसम के बदले मिजाज से खीरी के किसानों को और उनकी फसलों को कोई खास नुकसान नहीं हुआ है।

    मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के निदेशक मनीष कुमार ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव आने से बादल छाए हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश होने के आसार बने हैं। तेज हवाएं चलने के साथ ओलावृष्टि होने की भी संभावना है। इसके बाद मंगलवार से मौसम सामान्य होने के आसार बने हैं।

     

    अभी तक फसलों को नुकसान नहीं : कृषि वैज्ञानिक

    कृषि विज्ञान केंद्र प्रथम जमुनाबाद कृषि फार्म गोला के कृषि वैज्ञानिक डॉ. पीके बिसेन ने बताया कि अभी तक हल्की बारिश हुई है और ओलावृष्टि नहीं हुई है। इससे अभी फसलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। तापमान में हल्की गिरावट आना गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद रहा है। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग ने सोमवार को भी बारिश व ओलावृष्टि होने का अलर्ट जारी किया है।

    जिससे सोमवार का दिन किसानों के लिहाज से काफी अहम रहने वाला है। क्योंकि यदि तेज हवा-बारिश के साथ ओलावृष्टि होती है, तो सरसों, गेहूं व आम की फसल को भारी नुकसान हो सकता है। उन्होंने बताया कि तेज हवा चलने से गेहूं और सरसों की फसल खेत में गिर सकती है, जिससे दाने खराब हो जाएंगे। वहीं ओलावृष्टि होने पर गेहूं, सरसों व आम की फसल को भारी नुकसान पहुंच सकता है।

    जिला कृषि अधिकारी अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि जनपद में अभी तेज बारिश नहीं हुई है और न ही कहीं ओले गिरे हैं। इससे फसलों को अभी नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इस समय बारिश की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि सरसों व गेहूं की फसल कटने के लिए तैयार हो गई है। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने चेतावनी दी है, जिससे सोमवार का दिन किसानों के लिहाज से महत्वपूर्ण रहेगा।

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