कामेडियन कुणाल कामरा के एक वीडियो पर शुरू हुआ विवाद गहराता जा रहा है. कामरा ने एक शो में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे पर टिप्पणियां की थीं. शिव सैनिकों ने रविवार रात मुंबई में स्थिति एक कॉमेडी क्लब में जमकर तोड़फोड़ की. इसके बाद पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है. इस मामले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को विधानसभा में कहा कि हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करते हैं, लेकिन अनुचित टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वहीं उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार अलग रुख अपनाते हुए नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि सब कुछ संविधान के दायरे में होना चाहिए, किसी को भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिससे पुलिस का काम बढ़ जाए. इसका ध्यान हर जिम्मेदार नागरिक को रखना चाहिए.कुणाल कामरा पर विवाद बढ़ने के बाद पवार ने छत्रपति सांभाजी नगर में मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा,”किसी को भी कानून, संविधान और नियमों से परे नहीं जाना चाहिए. उन्हें अपने अधिकारों के भीतर बोलना चाहिए. मतभेद हो सकते हैं, लेकिन यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि इसमें पुलिस की भागीदारी की जरूरत न पड़े.”वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का सम्मान करते हैं, लेकिन अनुचित टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि कॉमेडी का इस्तेमाल किसी का अपमान नहीं किया जा सकता. फडणवीस ने यह भी आग्रह किया कि कामरा को अपनी ओछी कॉमेडी के लिए माफी मांगनी चाहिए.उन्होंने कहा,”कामरा को इस तथ्य का पता होना चाहिए कि महाराष्ट्र के लोगों ने तय कर लिया है कि कौन गद्दार है और कौन खुद्दार है. यह शिंदे जी हैं जो बालासाहेब ठाकरे की विरासत को आगे ले जा रहे हैं.”