भारत के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के खिलाफ टिप्पणी से हंगामा मचाने के बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने रविवार को एस वाई कुरैशी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह चुनाव आयुक्त नहीं बल्कि एक ‘मुस्लिम आयुक्त’ थे. इससे पहले कुरैशी ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम की आलोचना करते हुए इसे ‘मुस्लिमों की भूमि हड़पने की सरकार की भयावह और बुरी योजना” बताया था. कुरैशी भारत के पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त हैं.दुबे ने एक दिन पहले सुप्रीम कोर्ट और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया संजीव खन्ना पर तीखा हमला बोला था और भारत में ‘धार्मिक युद्ध’ के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया था. हालांकि इसके बाद भाजपा ने उनकी विवादास्पद टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया.कुरैशी ने 17 अप्रैल को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आरोप लगाया था, “वक्फ अधिनियम निस्संदेह मुस्लिमों की भूमि हड़पने के लिए सरकार की एक भयावह योजना है. मुझे यकीन है कि सुप्रीम कोर्ट इस पर सवाल उठाएगा. दुष्प्रचार मशीनरी ने गलत सूचना फैलाने का अपना काम बखूबी किया है.”भाजपा सांसद ने इस पर रविवार को प्रतिक्रिया व्यक्त की. दुबे ने कहा, “आप चुनाव आयुक्त नहीं थे, आप एक मुस्लिम आयुक्त थे. आपके कार्यकाल में झारखंड के संथाल परगना में सबसे अधिक बांग्लादेशी घुसपैठियों को मतदाता बनाया गया.”