डोनाल्ड ट्रंप के बुलावे पर वॉशिंगटन पहुंचे पाकिस्तानी आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात की. ईरान-इजराइल युद्ध के बीच हुई इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. ऐसी खबरें हैं कि ट्रंप ने ईरान के खिलाफ जंग में उतरने की योजना को हरी झंडी दे दी है. चर्चाएं तेज हैं कि ईरान की नकेल कसने के लिए ट्रंप ने मुनीर से सहयोग मांगा है. इस बीच अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के एक पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन ने चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा है कि ट्रंप की पाकिस्तान पर नजर इसलिए है क्योंकि ईरान पर संभावित सैन्य कार्रवाई के बाद उसके परमाणु जखीरे को पाकिस्तान में शिफ्ट किया जा सकता है.माइकल रुबिन अमेरिकी पेंटागन में अधिकारी रह चुके हैं और अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टिट्यूट के सीनियर एनालिस्ट हैं. एएनआई से बातचीत में रुबिन ने कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नेस्तनाबूद करने के लिए अमेरिकी फौजों को ईरान में घुसना होगा. ऐसे में एक संभावना ये भी है कि मामला ठंडा होने के बाद ईरान की न्यूक्लियर सप्लाई को पाकिस्तान की निगरानी में सौंपा दिया जाए. हालांकि रुबिन ने ये भी कहा कि ईरानी परमाणु सामग्री रखने या फिर सहयोग के लिए पाकिस्तान को फूटी कौड़ी भी नहीं दी जानी चाहिए.