भरने के 36 सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान के दाहिने इंजन की मार्च 2025 में मरम्मत की गई थी और बाएं इंजन की अप्रैल में जांच की गई थी. एयरलाइन के प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन ने गुरुवार को ये जानकारी दी. विल्सन ने अपने लॉयल्टी प्रोग्राम, महाराजा क्लब के सदस्यों को एक ईमेल में बताया कि लंदन गैटविक जाने वाले विमान का ‘अच्छी तरह से रखरखाव किया गया था, इसका अंतिम बड़ा निरीक्षण जून 2023 में और दूसरा दिसंबर 2025 के लिए निर्धारित था’. उन्होंने कहा कि उड़ान से पहले विमान और इंजन में कोई समस्या नहीं थी और पायलट कैप्टन सुमीत सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर को 13,400 घंटों का उड़ान अनुभव था. एयरलाइन के प्रमुख की ओर से यह आश्वासन एयर इंडिया के 128 विमानों के बेड़े की सुरक्षा के बारे में पूछे गए सवालों के बाद आया है, जिनमें से 33 (12 जून की दुर्घटना के बाद 32) बोइंग 787 ड्रीमलाइनर हैं.हालांकि, बीबीसी से बात करते हुए एक्सपर्ट्स ने कहा कि विमान के इंजन की स्थिति जरूरी नहीं कि उसकी उम्र से जुड़ी हो, खासकर 787-8 के जेनएक्स-1बी इंजन के मामले में. एक्स एविएशन इनवेस्टिगेटर किशोर चिंता ने कहा कि इन इंजनों का मेंटेनेंस शेड्यूल नहीं है, क्योंकि फुल अथॉरिटी डिजिटल इंजन कंट्रोल नामक सॉफ्टवेयर समस्याओं की निगरानी करता है और उन्हें चिन्हित करता है. हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी भी कुछ ऐसे हिस्से हैं, जिन्हें घिसावट के कारण नियमित रूप से बदलना पड़ता है.