महाराष्ट्र में भाषा विवाद को लेकर सियासी ड्रामा तेज हो गया है. ठाणे के मीरा रोड इलाके में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं ने ‘मराठी अस्मिता’ के समर्थन में रैली बुलाई थी, जिसे पुलिस ने अनुमति नहीं दी थी. इसके बावजूद कार्यकर्ता इकट्ठा हुए और हंगामा करने लगे. इस दौरान शिवसेना मंत्री प्रताप सरनाईक भी रैली में शामिल हुए, लेकिन MNS कार्यकर्ताओं ने उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा.दरअसल, MNS के थप्पड़कांड के बाद महाराष्ट्र में सियासत फुल स्पीड में है. आज प्रदर्शन और बवाल के बाद भी वही सियासी तनातनी दिखी. विपक्ष ने बीजेपी पर सवाल उठाए तो महाराष्ट्र के सीएम ने कहा कि भाषा पर लड़ाई से किसी कोई फायदा नहीं होने वाला है. मराठी पर मन-से गुंडागर्दी- ये बात राज ठाकरे की पार्टी मनसे यानी MNS के लिए सौ फीसदी सही है. पार्टी के जिस कार्यकर्ता का मन करता है गुंडागर्दी करता और मारपीट करता है. मराठी नहीं बोलने वाले की पिटाई की जाती है. उन्हें अपमानित किया जाता है