एक रिपोर्ट के हवाले से बताया गया है कि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में AI से जुड़ी जॉब्स में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 38 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। Naukri पर अप्रैल से जून के बीच 35,000 से अधिक AI और मशीन लर्निंग से जुड़ी जॉब्स पोस्ट की गई हैं। इस अवधि में नॉन-AI टेक जॉब्स में लगभग आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। AI की जॉब्स का बड़ा हिस्सा (53 प्रतिशत) AI सेक्टर में था। इसके बाद बैंकिंग सेक्टर में ये जॉब्स 48 प्रतिशत बढ़ी हैं। IT एनेबल्ड सर्विसेज और BPO सेक्टर्स में इन जॉब्स में 39 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। AI: Friend, Foe or Frenemy’ शीर्षक वाली इस रिपोर्ट में 60,000 से अधिक नौकरी की खोज कर रहे उम्मीदवारों, हजारों जॉब लिस्टिंग्स और रिक्रूटर सर्वे के आधार पर जानकारी जुटाई गई है। AI के रोजगार पर असर को लेकर टेक इंडस्ट्री भी विभाजित है। इस बारे में AI सेफ्टी और रिसर्च फर्म Anthropic के CEO, Dario Amodei का कहना है कि 2030 तक लगभग 50 प्रतिशत व्हाइट-कॉलर और एंट्री लेवल जॉब्स गायब हो जाएंगी। हालांकि, Nvidia के CEO, Jensen Huang की दलील है कि इन जॉब्स की स्थिति में बदलाव होगा लेकिन ये पूरी तरह समाप्त नहीं होंगी।