उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल किया. उनके प्रस्तावकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी थे. गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और एनडीए के कुछ सहयोगी दलों के नेता भी इस दौरान उपस्थित थे.जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद देश में एक बार फिर उपराष्ट्रपति का चुनाव हो रहा है. यह चुनाव न सिर्फ संसद के ऊपरी सदन यानी राज्यसभा की राजनीति के लिहाज़ से अहम है, बल्कि इसके नतीजे आने वाले वर्षों की संसदीय कार्यवाही को भी प्रभावित कर सकते हैं. भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव संविधान के अनुच्छेद 66 के तहत होता है. इलेक्टोरल कॉलेज यानी केवल लोकसभा और राज्यसभा के निर्वाचित व नामांकित सदस्य ही वोट डालते हैं. चुनाव की प्रक्रिया गोपनीय मतपत्र (Secret Ballot) से होती है. जीतने के लिए उम्मीदवार को कुल वैध मतों का 50% से अधिक हासिल करना ज़रूरी होता है. उपराष्ट्रपति पद का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है और यह देश का दूसरा सर्वोच्च संवैधानिक पद है.इस चुनाव में एनडीए की तरफ से सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया गया है. एनडीए की कोशिश है कि उन्हें विपक्ष की ओर से कड़ी चुनौती न मिले और उनके उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हों. इसी रणनीति के तहत वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह विपक्षी दलों से संपर्क साध रहे हैं.