चीन में साल की सबसे बड़ी मुलाकात होने वाली है. दुनिया के दो बड़े लीडर्स मिलेंगे. प्रेसिडेंट शी जिनपिंग और प्राइम मिनिस्टर के बीच बाइलैट्रस मीटिंग होगी. दुनिया टकटकी लगाकर इस महा मुलाकात को देखेगी. कैमरों का फोकस मोदी पर होगा जिनपिंग पर होगा. दोनों लीडर्स के हाव भाव को दुनिया नोटिस करेगी. SCO समिट से अलग दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक मुद्दों पर बात हो सकती है. और बड़ी बात ये है कि ये मीटिंग ऐसे वक्त हो रही है. जब ट्रंप के टैरिफ वॉर और उनकी कारोबार वाली धमकियों का सामना भारत और चीन दोनों ही देश कर रहे हैं. इसलिए मीटिंग पर प्रेसिडेंट ट्रंप की नजर भी होगी. हो सकता है ट्रंप की टैरिफ दादागीरी के खिलाफ नए नए इकॉनमिक वर्ल्ड ऑर्डर की शुरुआत हो जाए.ये वो सवाल हैं जो इस वक्त वॉशिंगटन के पॉलिटिकल सर्किल में तेजी से फ्लोट हो रहे हैं. व्हाइट हाउस में ट्रंप के सलाहकार. नरेंद्र मोदी की चाइना विजिट पर व्हाइट हाउस की भी नजर है. क्योंकि ये ट्रंप समेत अमेरिका के कई लीडर्स और एक्सपर्ट्स जानते हैं कि भारत को छेड़कर. भारत जैसे दोस्त के साथ टैरिफ वाली गलती करके अमेरिका ने एशिया में अपने एक मजबूत पार्टनर का नुकसान कर लिया.