अमेरिका के न्यूयॉर्क में इस समय संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN General Assembly) की बैठकें चल रही हैं और पूरी दुनिया की नजर इस बात पर है कि यहां से तमाम देश क्या मैसेज देते हैं. भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस. जयशंकर न्यूयॉर्क पहुंचे हैं और संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र में अपने आधिकारिक भाषण से पहले कई बैठकों में शामिल हो रहे हैं. विदेश मंत्री ने मंगलवार, 24 सितंबर (स्थानीय समय) को समान विचारधारा वाले वैश्विक दक्षिण (ग्लोबल साउथ) देशों की उच्च-स्तरीय बैठक में बोलते हुए कहा कि हम तेजी से अनिश्चित होते समय में मिल रहे हैं जब दुनिया की स्थिति हम सदस्य देशों के लिए बढ़ती चिंता का कारण है, विशेष रूप से ग्लोबल साउथ को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है जो इस दशक के पहले 5 सालों में बढ़ गई हैंउन्होंने कहा, “हम तेजी से अनिश्चित समय में मिल रहे हैं जब दुनिया की स्थिति सदस्य देशों के लिए बढ़ती चिंता का कारण है. विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है जो इस दशक की पहले 5 सालों में बढ़ गई हैं. उनमें कोरोना महामारी के झटके, यूक्रेन और गाजा में दो बड़े संघर्ष, चरम जलवायु घटनाएं, व्यापार में अस्थिरता, निवेश के प्रवाह और ब्याज दरों में अनिश्चितता और SDG एजेंडे की विनाशकारी सुस्ती शामिल है.”बहुपक्षवाद के कॉन्सेप्ट पर हमला हो रहा- जयशंकरयहां विदेश मंत्री जयशंकर ने बहुपक्षवाद के क्षेत्र में समाधान की कमी पर प्रकाश डाला और कहा कि अंतरराष्ट्रीय संगठन संसाधनों की कमी से जूझ रहे हैं और अप्रभावी हो गए हैं.
