पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर ने बगावत कर दी है, और बगावत भी ऐसी कि पाक सरकार और आर्मी, दोनों बैकफुट पर नजर आने लगे हैं, अब बातचीत का रास्ता खोजने लगे हैं. डॉन की रिपोर्ट के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के प्रधान मंत्री चौधरी अनवारुल हक और पाकिस्तान के संसदीय मामलों के मंत्री तारिक फजल चौधरी ने विरोध प्रदर्शनों से उत्पन्न अशांति को कम करने के लिए ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (JAAC) को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है. PoK की बगावत हिंसा का रूप लेती जा रही है, आसिम मुनीर की सेना की गोलियों से एक बार में 8 लोगों की हत्या कर दी गई है जबकि दूसरी तरफ तीन पुलिसकर्मियों ने भी जान गंवाई है.बातचीत करना चाहती है शरीफ सरकारडॉन की रिपोर्ट के अनुसार पिछले तीन दिनों से जारी शटर-डाउन हड़ताल और उपर से प्रशासन की तरफ से किए गए संचार ब्लैकआउट (इंटरनेट- कॉल बैन) की वजह से PoK में अराजक स्थिति हो गई है. PoK की सरकार और संघीय मंत्रियों के साथ कुलीन विशेषाधिकारों और शरणार्थियों के लिए आरक्षित सीटों जैसे मुद्दों पर बातचीत टूटने के बाद ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी ने आंदोलन तेज कर दिया है. इसके बाद से यहां हिंसा तेजी से बढ़ी है. रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को इस्लामाबाद में एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, चौधरी अनवारुल हक ने कहा कि बातचीत अधिकार हासिल करने का एक “सभ्य” तरीका है और सरकार ने JAAC को मेज पर वापस आमंत्रित किया है.