बिहार विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. राज्य में दो चरण में 6 और 11 नवंबर को मतदान होना है. वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी. बिहार चुनाव में इस बार मुख्य मुकाबला सत्ताधारी NDA गठबंधन और विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन के बीच होना है. हालांकि इन दोनों मुख्य सियासी गठबंधनों के अलावा प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM, तेज प्रताप की जनशक्ति जनता दल (JJP) सहित कई अन्य राजनीतिक दल भी मैदान में हैं. बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं. जिसमें सुपौल विधानसभा (Supaul Assembly Seat) भी एक है. सुपौल बिहार के सीमांचल इलाके का एक जिला है. जिसका एक बड़ा हिस्सा साल के कई महीनों तक बाढ़ की जद में रहता है. सालों तक यह राज्य के पिछड़े इलाकों में शुमार किया जाता रहा. लेकिन बीते कुछ सालों में सुपौल की विकास ने रफ्तार पकड़ी है.बात सुपौल विधानसभा सीट की राजनीति की करें तो यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JDU का एक गढ़ माना जाता है. सुपौल से नीतीश कुमार के खास बिहार सरकार के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव साल 2000 से लगातार जदयू के टिकट पर विधायक बनते आए हैं. इस बार भी बिजेंद्र प्रसाद यादव चुनावी मैदान में हैं. मंगलवार 14 अक्टूबर को उन्होंने अपना नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया है.