अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच रिश्ते लगातार खराब होते जा रहे हैं. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री की धमकी के बाद अब अफगानिस्तान के गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी ने गुरुवार को कहा कि आक्रामकता की किसी भी हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच शांति वार्ता के लिए इस्तांबुल में हुई बैठक बेनतीजा रहने के बाद हक्कानी ने कहा कि हमारे दे में अंदरूनी समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन हमारे लोग किसी भी विदेशी हमलावर के खिलाफ एकजुट हैं. अपने इलाके की रक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है.इससे पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगान तालिबान को धमकी देते हुए कहा था कि अफगानिस्तान चाहे तो अपनी बर्बादी की कीमत पर हमारे इरादों को परख सकते हैं. तालिबान को पूरी तरह से खत्म करने और उन्हें छिपने के लिए वापस गुफाओं में भेजने के लिए पाकिस्तान को अपने हथियारों का छोटा सा हिस्सा इस्तेमाल करने की भी जरूरत नहीं होगी.शांति वार्ता के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) पर कार्रवाई और उसके लड़ाकों को अफगानिस्तान में पनाह लेने से रोकने की शर्त लगाता रहा है. हालांकि हक्कानी ने गुरुवार को कहा कि यह पाकिस्तान की अंदरूनी समस्या है. हम कई बार कह चुके हैं कि वो अपनी अंदरूनी समस्या को अपने देश में ही सुलझाएं.
