मकसद एक, तरीका अलग… अवैध धर्मांतरण के छांगुर गैंग और आगरा रैकेट में क्या-क्या समानता?

उत्तर प्रदेश में छांगुर के अवैध धर्मांतरण रैकेट की परतें पूरी तरह खुल भी नहीं पाईं कि लव जिहाद के नाम पर धर्म परिवर्तन कराने के एक और बड़े संगठित नेटवर्क का पुलिस ने पर्दाफाश करने का दावा किया है. आगरा पुलिस ने इस नए मामले में छह राज्यों से 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. छांगुर और इस नए गैंग में कई समानताएं देखने को मिल रही हैं. इन दोनों मामलों की परतें जैसे-जैसे खुल रही हैं, बड़े और भयानक सच सामने आ रहे हैं.यूपी एटीएस छांगुर उर्फ जलालुद्दीन के गैंग से जुड़े सात लोगों को अब तक गिरफ्तार कर चुकी है. पहले छांगुर, उसकी करीबी नीतू समेत चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसके बाद राशिद शाह की गिरफ्तारी हुई. पूछताछ में मिले सुरागों के आधार पर शहाबुद्दीन और सोहराब शाह को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. सोहराब छांगुर का भतीजा है. अब तक की जांच से पता चला है कि छांगुर गैंग पाकिस्तानी एजेंसियों के संपर्क में था. इसके प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और अन्य संगठनों से भी इसके तार जुड़े थे. इस गैंग को दुबई, लंदन और अन्य देशों से भारी फंडिंग मिल रही थी. अब तक 100 करोड़ से ज्यादा फंडिंग के दस्तावेज मिल चुके हैं.

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