प्रधानमंत्री मोदी बोले- जब संविधान को कुचलने का प्रयास हुआ तो बिहार ने विरोध का बिगुल फूंका

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने झारखंड दौरे के बाद अब बिहार पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री ने बिहार विधानसभा परिसर में शताब्दी स्मृति स्तंभ का उद्घाटन किया।

    तेजस्वी यादव ने की दिवंगत कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग

    राजद नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिवंगत समाजवादी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का आग्रह किया। विपक्ष के नेता ने यहां राज्य विधानसभा परिसर के शताब्दी समारोह में अपने संक्षिप्त संबोधन में यह मांग की।

    ‘अपने अधिकारों को कर्तव्यों से अलग न मानें’

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें अपने कर्तव्यों को अपने अधिकारों से अलग नहीं मानना चाहिए। हम अपने कर्तव्यों के लिए जितना परिश्रम करेंगे, हमारे अधिकारों को भी उतना ही बल मिलेगा। हमारी कर्तव्य निष्ठा ही हमारे अधिकारों की गारंटी है।

    लोकतंत्र में चुनौतियों को मिलकर हराएं : पीएम

    प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के सांसद के रूप में, राज्य के विधायक के रूप में हमारी ये भी ज़िम्मेदारी है कि हम लोकतंत्र के सामने आ रही हर चुनौती को मिलकर हराएं। पक्ष विपक्ष के भेद से ऊपर उठकर, देश के लिए, देशहित के लिए हमारी आवाज़ एकजुट होनी चाहिए।

    उन्होंने आगे कहा दुनिया के लिए 21वीं सदी भारत की सदी है और भारत के लिए ये सदी कर्तव्यों की सदी है। हमें इसी सदी में, अगले 25 सालों में नए भारत के स्वर्णिम लक्ष्य तक पहुँचना है। इन लक्ष्यों तक हमें हमारे कर्तव्य ही लेकर जाएंगे। इसलिए, ये 25 साल देश के लिए कर्तव्य पथ पर चलने के साल हैं।

    रधानमंत्री ने कहा, “बिहार ने आज़ाद भारत को डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद के रूप में पहला राष्ट्रपति दिया। लोकनायक जयप्रकाश, कर्पूरी ठाकुर और बाबू जगजीवन राम जैसे नेतृत्व इस धरती पर हुए। जब देश में संविधान को कुचलने का प्रयास हुआ, तो भी उसके खिलाफ बिहार ने सबसे आगे आकर विरोध का बिगुल फूंका।”

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