यूपी निकाय चुनाव में जीत का बीजेपी प्‍लान तैयार, नए वोटरों पर करेगी फोकस; बनी रणनीति

    भाजपा ने निकाय चुनाव की तैयारियों का खाका खींच दिया है। पार्टी प्रदेश के तमाम शहरी निकायों में सरकार बनाने को नवंबर के अंत तक हर दरवाजा खटखटाएगी। इस दौरान पुरानी वोटर लिस्ट से मिलान करते हुए हर घर में नये वोटर खोजे जाएंगे। उनके नाम लिस्ट में शामिल कराएंगे। सरकार के कामों का पत्रक भी घर-घर पहुंचाएंगे। हर शनिवार और रविवार को विशेष मतदाता अभियान चलेगा। बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक के पदाधिकारी अपने-अपने बूथ पर इस अभियान में जुटेंगे।

    निकाय चुनावों के लिए राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा 20 अक्तूबर के बाद कभी भी मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशन हो सकता है। फिर दावा एवं आपत्तियां मांगी जाएंगी। उसके बाद आयोग मतदाता पुनरीक्षण अभियान चलाएगा। भाजपा भी आयोग के साथ-साथ विशेष पुनरीक्षण अभियान चलाएगी। इस अभियान के शुरू होने के बाद हर शनिवार-रविवार को विशेष अभियान चलेगा। पदाधिकारी पुरानी वोटर लिस्ट लेकर अपने बूथ के तहत आने वाले हर घर जाएंगे। इसके लिए क्षेत्र, जिला और महानगर स्तर पर 4-5 कार्यकर्ताओं की मॉनीटरिंग टीम भी बनाई जाएगी।

    हर कार्यकर्ता को आवंटित होंगे घर

    कोई भी वोटर बनने से न छूटे इस पर पार्टी का विशेष फोकस है। वार्ड स्तर पर कार्यकर्ताओं को इसकी जिम्मेदारी दी जा रही है। घर-घर जाकर अभियान चलाने के लिए हर पार्टी कार्यकर्ता को संबंधित वार्ड के घर आवंटित किए जाएंगे। उन घरों में एक-एक वोट बनवाने और फिर मतदान के दिन उन्हें पोलिंग बूथ तक पहुंचाने का जिम्मा इन्हीं कार्यकर्ताओं का होगा।

    चार चरणों में होंगी चुनावी बैठकें

    भाजपा ने चुनाव से पहले चार चरणों में तैयारी बैठकें करने का निर्णय लिया है। निकाय स्तर पर होने वाली पहले चरण की बैठकें शुक्रवार से शुरू हो गई। इस दौरान नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों के लिए नियुक्त किए गए चुनाव प्रभारी, चुनाव संयोजक, जिला प्रभारी, जिलाध्यक्ष, महानगर प्रभारी, महानगर अध्यक्ष सहित अन्य लोग बैठकों में मौजूद रहे। इसके बाद 18 से 20 अक्तूबर तक वार्ड स्तरीय बैठकें शुरू होंगी। तीसरे चरण में बूथ स्तरीय बैठकें होनी हैं, जो 27 से 30 अक्तूबर के बीच की जाएंगी। उसके बाद 7 से 12 नवंबर तक पार्टी घर-घर संपर्क अभियान चलाएगी।

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