Sitapur News: प्रेम प्रसंग में किशोर की हत्या कर शव नदी में फेंका

    महमूदाबाद/सीतापुर। महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र के समनापुर निवासी किशोर की प्रेम प्रसंग में हत्या कर दी गई। किशोर का शव प्रेमिका और उसके पति की निशानदेही पर सुमली नदी में मिला। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।समनापुर निवासी अखिलेश (17) मजदूरी करता था। पिछले कुछ माह से वह मुंबई में मजदूरी कर रहा था और होली पर घर आया था। बीती आठ मार्च को अखिलेश संदिग्ध हालात में लापता हो गया था। इसकी सूचना उसके भाई लल्लन ने पुलिस को दी थी। पुलिस ने नौ मार्च को गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया। इस बीच लल्लन अपने भाई की खोजबीन करता रहा, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। कुछ चर्चाओं के आधार पर लल्लन ने 14 मार्च को बिसवां थाना क्षेत्र के गांव कुम्हारनपुरवा निवासी जगदीश, उसकी पत्नी गौरी और गौरी की सहेली रेखा के खिलाफ अखिलेश को अगवा करने का मामला दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने जांच तेज की। जगदीश और गौरी को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की, तो अखिलेश की हत्या आठ मार्च को ही किए जाने की जानकारी मिली। कोतवाल विजयेंद्र सिंह के मुताबिक पूछताछ के दौरान जगदीश ने बताया कि उसका विवाह गौरी के साथ लगभग डेढ़ वर्ष पहले हुआ था। गौरी का मायका समनापुर में है। गौरी और अखिलेश के बीच प्रेम संबंध थे।

    इसको लेकर जगदीश आक्रोशित रहता था। अखिलेश की हत्या करने के लिए साजिश रची गई। गौरी से फोन करवाकर अखिलेश को बुलाया गया। इसके बाद नदी किनारे जगदीश ने अपने दोस्त लक्ष्मी राजवंशी और पत्नी गौरी के साथ मिलकर असलहे की बट, हथौड़े से अखिलेश के सिर पर वार किया। जब अखिलेश गिर गया तो शव को नदी में फेंक दिया गया।

    पुलिस ने जगदीश की निशानदेही पर सुमली नदी से अखिलेश का शव बृहस्पतिवार सुबह बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने जगदीश, गौरी और लक्ष्मी राजवंशी को जेल भेज दिया है। पुलिस का दावा है कि अपहरण के मामले में नामजद की गई गौरी की सहेली रेखा का पूरे मामले से कोई सरोकार नहीं निकला।

    नौ माह पहले भी रची गई थी हत्या की साजिश
    गौरी और अखिलेश के प्रेम प्रसंग के बारे में गांव में अधिकांश लोगों को जानकारी थी। गौरी की शादी के कुछ माह बाद उसके पति जगदीश को भी प्रेम प्रसंग के बारे में पता चला, लेकिन गौरी ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया, कि उसकी तरफ से ऐसा कुछ नहीं है।

    इस बीच अखिलेश और गौरी की बातचीत फोन पर होती रही। अब से लगभग नौ माह पहले भी जगदीश ने अखिलेश की हत्या की साजिश रची थी। तब उसने गौरी से अखिलेश को मिलने के लिए बुलवाया था, लेकिन अखिलेश ने मुंबई में होने की बात कहकर आने से इनकार कर दिया था। होली पर आने की जानकारी गौरी के जरिए जगदीश को मिली थी और इसी दौरान साजिश रच ली गई।

    NO COMMENTS

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here

    Exit mobile version