‘नौकरी के बदले जमीन’ मामले में CBI के सामने पेश हुए तेजस्वी, पहले किया था इनकार

    CBI ने तेजस्वी को इस बात का आश्वासन दिया था कि वह उन्हें गिरफ्तार नहीं करेगी। हालांकि माना जा रहा है कि इस मामले में तेजस्वी से लंबी पूछताछ हो सकती है।

    नौकरी के बदले जमीन के मामले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से आज सीबीआई की टीम पूछताछ कर रही है। आपको बता दें कि तेजस्वी यादव को इससे पहले भी CBI ने 3 बार समन भेजकर पेशी के लिए बुलाया था, लेकिन उन्होंने पेश होने से इनकार कर दिया था। इससे पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी यादव से भी CBI पूछताछ कर रही है। वहीं, ED ने भी इस मामले में तेजस्वी यादव की बड़ी बहन मीसा भारती को पूछताछ के लिए बुलाया है।

    दिल्ली हाई कोर्ट भी गए थे तेजस्वी यादव

    बता दें कि CBI के समन के खिलाफ तेजस्वी यादव दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। याचिका पर सुनवाई करते हुए 16 मार्च को दिल्ली हाईकोर्ट ने तेजस्वी यादव को 25 मार्च को CBI के सामने पेश होने का निर्देश दिया था। हालांकि CBI ने तेजस्वी को इस बात का आश्वासन दिया था कि वह उन्हें गिरफ्तार नहीं करेगी। हालांकि माना जा रहा है कि इस मामले में तेजस्वी से लंबी पूछताछ हो सकती है। ‘लैंड फॉर जॉब’ मामले में लालू यादव एवं उनके परिवार के अन्य सदस्यों से कई बार पूछताछ हो चुकी है।

    तेजस्वी ने इशारों में सरकार पर साधा निशाना
    CBI के सामने पेशी से पहले तेजस्वी यादव ने इशारों में केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘हम लोगों ने शुरू से ही जांच एजेंसियों के साथ सहयोग किया है, लेकिन जो देश में माहौल है आप लोग जान ही रहे हैं। आज झुकना बहुत ही आसान है और लड़ना बेहद ही मुश्किल है। हमने लड़ने का फैसला किया है। हम लोग लड़ेंगे और जीतेंगे।’

    2004 से 2009 के बीच का है मामला
    लैंड फॉर जॉब मामला लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को कथित तौर पर उपहार में दी गई या बेची गई जमीन के बदले रेलवे में की गई नियुक्तियों से जुड़ा है। सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में कहा कि भारतीय रेलवे के निर्धारित मानदंडों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए रेलवे में नियुक्तियां की गईं।

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