दूसरो को हंसाते-हंसाते रो पड़े Rajpal Yadav, शेयर किया लाइफ का सबसे दर्दनाक किस्सा

    बॉलीवुड एक्टर और कॉमेडियन राजपाल यादव की कॉमेडी की दुनिया दीवानी है। मशहूर कॉमेडियन को हमेशा दूसरों को हंसाते और हंसते देखा गया है पर हाल ही में राजपाल ने अपनी लाइफ का सबसे बड़ा दुख शेयर किया है।

    बॉलीवुड एक्टर राजपाल यादव को उनकी शानदार कॉमेडी और कॉमिक टाइमिंग के लिए फेमस है। एक्टर ने आज तक कई सुपरहिट कॉमेडी और हॉरर कॉमेडी फिल्मों में काम किया हैं। ऑन स्क्रीन एक्टर जीते खुश दिखाई देते हैं उसे ज्यादा उन्होंने रियल लाइफ में दुख और परेशानी झेला है। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान राजपाल ने अपने जीवन के बारे में कुछ अनसुने किस्सों का खुलासा किया। अपनी पत्नी की मौत से लेकर पिता के संघर्ष तक की कहानी सुनाई है। राजपाल यादव को आखिरी बार कार्तिक आर्यन के साथ ‘शहजादे’ में देखा गया था।

    राजपाल यादव ने किया खुलासा –

    द लल्लनटॉप को दिए एक इंटरव्यू में राजपाल ने कुछ खुलासा किया कि है, जिसे सुन आप भी चौक जाएंगे। अपनी कॉमेडी से फिल्मों में चार चांद लगाने वाले राजपाल यादव पर्दे पर जितना खुश दिखाते हैं अंदर उतने ही दुखी है। इंटरव्यू के दौरान एक्टर ने बताया कि मेरी पहली पत्नी की मौत से में टूट गया था। Rajpal Yadav की पहली पत्नी का नाम करुणा था। करुणा का निधन उस समय हुआ था जब उन्होंने बेटी ज्योति को जन्म दिया।

    राजपाल यादव ने बताई अनसुनी कहानी –
    राजपाल यादव ने कहा कि पहली पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया। इस दौरान उनका निधन हो गया। मुझे बेटी के जन्म के दूसरे दिन मेरी पत्नी से मिलना था, लेकिन मैं उनका शव अपने कंधों पर ले जा रहा था। मेरे परिवार, मेरी मां, मेरी भाभी को धन्यवाद, ऐसा कभी नहीं लगा कि मेरी बेटी के पास उसकी मां नहीं है, वह बहुत लाड़ दुलार से बड़ी हुई है। एक्टर ने आगे कहा कि 1991 में अपनी पहली पत्नी की मृत्यु के बाद, मैं बिखर सा गया था। इस दौरान मैंने एनएसडी में पढ़ाई की, टीवी और फिल्में कीं। 2000 में, जब मेरी फिल्म ‘जंगल’ रिलीज हुई, तो मुझे महसूस हुआ कि अब सब सही हो चुका है। राजपाल ने आगे कहा, ‘मैं 31 साल का था और तब मेरी मुलाकात राधा से हुई। मैं 2001 में ‘द हीरो’ की शूटिंग के लिए गया था, जहां हम मिले। दोनों परिवारों की सहमति के बाद हमने 2003 में शादी कर ली।’

    राजपाल यादव ने पिता को कहा योद्धा –
    राजपाल यादव ने अपने पिता की तारीफ करते हुए रो पड़े और अपने पिता को एक योद्धा बताया। उन्होंने कहा कि मेरे पिता बहुत समझार और बहादुर थे। जब उनकी मौत उनके करीब थी तब भी वह हिम्मत नहीं हारे और मुझे जाते-जाते भी काफी कुछ सिखा के गए। मेरे पिता ने कहा कि कभी जिंदगी में हार नहीं मना चाहिए तुम एक योद्धा हो और योद्धा कभी हार नहीं मनाते हैं।

    NO COMMENTS

    LEAVE A REPLY

    Please enter your comment!
    Please enter your name here

    Exit mobile version